दहशत : माउन्ट एवरेस्ट पर सीमा रेखा बनाएगा चीन
Corona महामारी की दूसरी लहर अपना प्रकोप दिखा रही है। जहां एक ओर भारत इससे सबसे ज्यादा पीड़ित नजर आ रहा है, वहीं दूसरे देशों में भी इसका खौफ चरम पर है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चीन ने अब दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट पर 'सीमा रेखा' बनाने का फैसला लिया है।
चीन की सरकारी मीडिया की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि नेपाल की ओर से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले कुछ पर्वतारोही कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे में चीन बिल्कुल भी नहीं चाहता कि ऐसे पर्वतारोही चीन में प्रवेश करें, इसीलिए यह फैसला लिया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह में एवरेस्ट पर चढ़ने वाले कुछ पर्वतारोही कोरोना संक्रमित पाए गए थे, जिनमें एक इटली का निवासी था। इसके बाद 30 से ज्यादा पर्वतारोहियों और के सदस्यों के भी बीमार होने की जानकारी मिली। जिन्हें काठमांडू के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
नेपाल में भी दूसरी लहर का प्रकोपः भारत के साथ नेपाल भी कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है, इसके बावजूद उसने पर्वतारोहियों पर रोक नहीं लगाई है। माउंट एवरेस्ट पर्वत ही नेपाल और चीन की सीमा को घेरता है और इसका उत्तरी ढलान चीन की तरफ है।
कोरोना महामारी के डर से लिया फैसला: चीन ने इस फैसले के पीछे कोरोना महामारी का हवाला देते हुए कहा कि वो 'लाइन ऑफ सेपरेशन' तैयार करेगा, ताकि चीन के क्षेत्र में कोई और नहीं जा सके। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक इसे तैयार करने का काम जल्द शुरू होने वाला है। दरअसल, चीन ने यह बड़ा फैसला कुछ एवरेस्ट पर्वतारोहियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद लिया है। संक्रमण के मामलों की अगर बात करें तो रविवार को चीन में कोरोना के 12 मरीज मिले, जिनमें सभी विदेशों से चीन आए थे।
तिब्बत की ओर से चढ़ाई पर पहले से रोकः हालांकि, अभी तक चीन की तरफ से साफ नहीं किया गया है कि माउंट एवरेस्ट पर सीमा रेखा कैसे बनाई जाएगी। मगर तिब्बत पर्वतारोहण संघ के प्रमुख ने शिन्हुआ न्यूज को बताया है कि 'पर्वतारोहियों के माउंट एवरेस्ट मिशन से पहले सीमा रेखा खींची जाएगी।' चीन ने पिछले साल ही विदेशी ता पर्वतारोहियों के तिब्बत साइड से माउंट एवरेस्ट पर पर चढ़ने की इजाजत देने पर रोक लगा रखी है।
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