गुड़ खा के मर जा आपने कहावत तो सुनी होगी लेकिन जान ले गुड़ खाने के फायदे : अब गुड़ खा लोग बढ़ाएंगे अपनी इम्यूनिटी जाने कैसे अब लोगो को गुड़ खाने से सभी बीमारी होगी ठीक ।

बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान में आयुर्वेद संकाय के द्रव्यगुण विभाग में शोधार्थी रहे डा. अभिषेक गुप्ता ने एक-दो नहीं बल्कि 41 तरह के गुड़ तैयार किए हैं। आयुर्वेद में वर्णित संहिता एवं निघंटुओं (आयुर्वेद शास्त्र) के आधार पर तैयार ये गुड़ भिन्न-भिन्न ऋतुओं एवं प्रकृति के अनुरूप स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। डा. अभिषेक नेशनल फैसिलिटी फार ट्राइबल एंड हर्बल मेडिसिन .सेंटर (एनएफटीएचएमसी) में योग एवं वेलनेस एक्सपर्ट हैं।

गुण व स्वाद की दृष्टि से इसमें अनूठे प्रयोग किए गए हैं ताकि बच्चे भी इसे चाव से खा सकें। कोरोना संक्रमण काल में बड़ों के साथ-साथ बच्चों के लिए भी यह लाभकारी हैं। इसमें मिंट का प्रयोग किया गया है, जिससे खाने के बाद गले को ठंडक मिलती है। गुड़ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। हालांकि, मधुमेह के रोगियों को गुड़ का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है।

जंगली भिंडी की जड़ से किया गया साफ : गुड़ में फैट की मात्रा नगण्य होती है, पर प्राकृतिक रूप से कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भरपूर होती है। डा. अभिषेक बताते हैं कि यह गुड़ केमिकल मुक्त है। इसको साफ करने में रसायन का उपयोग नहीं

हुआ है। जंगली भिंडी के पौधे की जड़ से इसको साफ किया गया है। इसलिए यह पूर्ण रूप से प्राकृतिक है। दिल्ली में हुई गुड़ की गुणवत्ता की जांच : गुड़ की गुणवत्ता की जांच श्रीराम इंस्टीट्यूट फार इंडस्ट्रियल रिसर्च दिल्ली में हुई। इसके साथ ही इसको बनाने वाली यूनिट भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधकिरण से भी प्रमाणित है। इसलिए फायदेमंद : गुड़ ऊर्जा का अच्छा स्त्रोत होने के साथ साथ प्राकृतिक मल्टीविटामिन एवं मल्टीमिनरल का खजाना होता है। इसमें मुख्य रूप से पोटैशियम, | कैल्शियम, थाईमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, मैग्नीशियम एवं फास्फोरस की उचित मात्रा पाई जाती
है। एनिमिक महिलाओं के लिए भी लाभकारी : डा. अभिषेक ने बताया कि हरीतकी, पिप्पली, काली मिर्च, शुंठी, श्वेत-श्याम तिल, आमलकी,बिल्व चूर्ण, सौंफ, धनियां, मुलेठी, दालचीनी, गिलोय, अर्जुन पाउडर, शंखपुष्पी, ब्राह्मी युक्त गुड़ भी विशेष रूप से बनाए गए हैं। गुड़ के सेवन से आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है, जिससे यह एनिमिक महिलाओं के लिए भी लाभदायक है। गर्मियों में विशेष रूप से जिन लोगों को इलेक्ट्रोलाइट की कमी होती है, उन लोगों को गुड़ का सेवन बहुत लाभकारी होता है। इसके सेवन से
रक्त का शोधन भी होता है। गुरुजन से ली प्रेरणा : डा. अभिषेक बताते हैं कि उन्हें यह गुड़ बनाने की प्रेरणा द्रव्यगुण विभाग, आयुर्वेद संकाय, बीएचयू के विभागाध्यक्ष प्रो. केएन द्विवेदी से मिली। गुड़ सीतापुर में तैयार कराया गया। प्रो. द्विवेदी के मार्गदर्शन में फार्मूला तैयार कर मसालों एवं जड़ी बूटियों का उचित मात्रा में उपयोग किया गया।

ये हैं विभिन्न प्रकार के गुड़ एवं उनके लाभ • अश्वगंधा युक्त गुड़ तनाव मुक्ति के साथ-साथ शारीरिक दुर्बलता एवं

अनिद्रा में लाभकारी है।

• शतावरी का गुण गर्भ पोषक अर्थात गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली माताओं के लिए बहुत लाभकारी है।
त्रिफला युक्त गुड नेत्र ज्योतिवर्धक, त्रिदोष शामक एवं कब्ज नाशक है। • त्रिकटु युक्त गुड सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ वजन घटाने में भी

सहायक है। • हरिद्रा युक्त गुड़

कांतिवर्धक एवं त्वचा के लिए लाभकारी है।

• मेथी एवं शुठी युक्त गुड़ जोड़ों के दर्द एवं अतिसार में लाभदायक है। • सुपर फूड के नाम से जाने जाना वाला अलसी युक्त गुड़ शुष्क त्वचा व
जोड़ों के दर्द में लाभकारी है। 

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